दूसरी तरफ घटना की जानकारी होते ही आनन-फानन में फतुहा के डीएसपी राजेश कुमार मांझी, नदी थाना प्रभारी धर्मेंद्र प्रसाद, रुस्तमपुर थाना प्रभारी शुभ नारायण प्रसाद व राघोपुर थाना प्रभारी पुष्पेनदर कुमार दलबल के साथ जेठुली घाट पहुंचे तथा स्कॉर्पियो व लापाता लोगों की खाेज के लिए एसडीआरएफ की टीम को बुलाया। लेकिन, अंधेरा रहने के कारण रेस्क्यू चलाने में परेशानी आ रही थी।
बारी-बारी गंगा पार भेजी जा रही थी गाड़ियां
बारात पटना के नवरत्नपुर से दियारा क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी सत्येंद्र राय के घर जा रही थी। पटना से बारात कई छोटी गाड़ियाें से जेठुली घाट पहुंची। दूल्हे की सजी कार भी जेठुली घाट पहुंची। बारी-बारी से सभी वाहन व बारात में शामिल लोगों को नाव से गंगा पार भेजा जाना था। दो-तीन वाहन काे नाव पर लोडकर गंगा पार पहुंचा दिया गया। इसके बाद एक नाव पर बारात की एक स्कॉर्पियो, एक बोलेरो तथा दोनों वाहन पर सवार लोगों के साथ-साथ कई मोटरसाइकिल को भी नाव पर चढ़ाया गया। बता दें कि कि गंगा में जलस्तर की वृद्धि को देखते हुए कच्चीदरगाह स्थित पीपापुल को खोल दिया गया था।
शाम के बाद गंगा में नाव के परिचालन पर रोक हैशाम के बाद गंगा में नाव के परिचालन पर रोक है
दियारा क्षेत्र के लोगों के लिए नाव की ही सवारी चल रही थी लेकिन जिला प्रशासन की मानें तो शाम के बाद गंगा में नाव के परिचालन पर रोक है। इसके बावजूद रात में नाव गंगा में नाव का परिचालन बेरोकटोक जारी था।
वर्षा से बचने के लिए गाड़ी में बैठे थे
जेठुली घाट से नाव खुलकर किनारे से गंगा में बढ़ने लगी, इस बीच एकाएक वर्षा होने लगी। वर्षा से बचने के लिए बारात के कुछ लोग स्कॉर्पियो में सवार हो गए। सवार होते ही नाव एक तरफ असंतुलित हो गई। स्कॉर्पियो में सवार चार लोग किसी तरह बाहर निकल गए लेकिन दूल्हे की पिता उपेंद्र राय की मानें तो दो लोग लापता हैं जो नवरत्नपुर के ही रहने वाले हैं। लोग गंगा में कूद अपनी जान बचाने लगे तो कुछ लोग बचाओ-बचाओ की आवाज लगाने लगे। दूल्हे के पिता नवरत्नपुर निवासी उपेंद्र राय की मानें तो बारात के बाकी बचे वाहन को दूसरी नाव पर शिफ्ट करने की तैयारी चल ही रही थी तो बचाओ-बचाओ की आवाज ने हमलोगों को हतप्रभ व बदहवास कर दिया।